तत्व विचार - सच खुले बालों का
।।जय माता दी।।
पुराने जमाने से ही सुनते आ रहे है कि लड़कियों को या महिलाओं को अपने बाल कभी खुले नहीं रखने चाहिए और आज भी गाँवो में ये प्रथा प्रचलित है और आज भी बड़े बुजर्ग खुले बालों पे चिढ़ते है और कहते है कि बाल खुले रखने से भुत लग जाता है या हवा लग जाती है।
आइये जानने की कोशिश करते है की ऐसा क्यों कहते है और क्या इसमें कुछ सचाई है।
लड़की या महिला जिस पे वायु तत्व का ज्यादा प्रभाव रहता है , बाल है जो भी वायु तत्व को देखता वो जब भी बाल खुले रहते है तो उसमें वायु के रुकने का स्थान बन जाता है और आपके शरीर में वायु तत्व बढ़ जायेगा और जब भी ऐसा होगा तब तब आपको ये जरूर परेशान करेगा हो सकता है इससे आपको नजर लग जाये, हो सकता है आपमें कोई फितूर आ जाये, हो सकता है आप में कोई भुत आ जाये, हो सकता है कि आप बीमार हो जाये तो ये बहुत ज्यादा संभव है कि खुले बाल आपको परेशान जरूर करेगा और इसी परेशांनी से बचने के लिए ही सर पे हमेशा तैल डाल कर रखने की सलाह दी जाती है।
इसी कारण से ही महिलाओं और पुरुषों को सर ढख कर रखने के लिए कहा जाता है और सभी मांगलिक कार्यो में महिलाओं और पुरुषों के सर ढखे हुए रहते है।
तो ये सच है कि खुले बाल आपको परेशान करेंगे तो बाल खुले रखना और बहार घूमना आपको महँगा पढ़ सकता है।
।।जय माता दी।।